ओरण की जमीन बचाने पहुंचे रविंद्र सिंह
भाटी रविंद्र सिंह ने युवकों को उतारा पुलिस की जीप से देखते रह गए अधिकारी
लंबे समय से मल्टीनेशनल कंपनिया औरण की जमीन पर कब्जा कर रही है पश्चिमी राजस्थान में।
काफी दिनों से ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन जारी था रविंद्र सिंह भाटी ने भी कहीं बार धरना प्रदर्शन किया,
लेकिन पुलिस प्रशासन और सरकारे मान नहीं रही है और सरकार पुलिस प्रशासन को आगे कर रही है और ग्रामीणों को दबाव में डाल रही है यह एक तरफ रवैया चल रहा है और ग्रामीणों को दबाने की कोशिश जारी है कल पुलिस की टीम ने 500 फोर्स के साथ ग्रामीण के पास पहुंची और जबरदस्ती ग्रामीणों को धकेलने की कोशिश की ।
यह बात जब जैसे ही रविंद्र सिंह भाटी को पता चली तो रविंद्र सिंह अपने काफिले के साथ टीखे अंदाज में ग्रामीणों के पास पहुंचे रविंद्र सिंह भाटी वहां पहुंचते ही रविंद्र सिंह ने देखा कि पुलिस फोर्स जो की ग्रामीणों को जीप के अंदर भर रही थी रविंद्र सिंह ने ग्रामीणों को जीप से नीचे उतारा और पुलिस को कहां कि लोकतंत्र में विरोध जताना सब का अधिकार है फिर रविंद्र सिंह वहां धरने पर बैठे और बड़ी बात यह है कि रविंद्र सिंह एक विधायक होते हुए पूरी रात धरने पर वहीं बैठे रहे वहीं उन्होंने रात को विश्राम किया दुसरे दिन सुबह कलेक्टर से वार्ता हुई रविंद्र सिंह ने अपनी मांग रखी लेकिन कोई निष्पक्ष नहीं निकला ।
धरना आज भी जारी है
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निजी कंपनी का विरोध,विधायक भाटी ने धोरों में गुजारी रात:प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को पुलिस से छुड़ाया, बोले-विरोध करने का अधिकार सभी को
जैसलमेर के बईया गांव मे धरना स्थल पर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने रात गुजारी।
जैसलमेर में 15 दिनों से ओरण (संरक्षित जमीन) भूमि को को बचाने के लिए ग्रामीण दो सप्ताह से धरने पर हैं। शुक्रवार को शिव (बाड़मेर) से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी मौके पर पहुंचे। वे धरने में शामिल हुए और ग्रामीणों के साथ धोरों में ही रात गुजारी। इससे पहले शुक्रवार दोपहर को पुलिस और रविंद्र भाटी में हल्की बहसबाजी भी हुई।
दरअसल, जैसलमेर के बईया गांव में निजी कंपनी ग्रिड सब स्टेशन (GSS) का निर्माण कर रही है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि ओरण की जमीन को पहले सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए। विरोध प्रदर्शन के बीच शनिवार सुबह रविंद्र भाटी कलेक्टर प्रताप सिंह से मिले। भाटी ने कलेक्टर से मुलाकात के बाद कहा- जब तक संतोषप्रद जवाब नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
विधायक के विरोध के बाद ग्रामीणों को पुलिस ने जीप से उतार दिया।
भाटी ने ग्रामीणों को पुलिस की जीप से उतरवाया पुलिस ने शुक्रवार को प्रदर्शन खत्म करवाने के लिए दो ग्रामीणों को जीप में बैठा लिया। पुलिस की कार्रवाई से नाराज विधायक भाटी ने दोनों को जबरन उतार लिया।
भाटी ने कहा- लोकतंत्र में विरोध करने का सबको अधिकार है, आप गिरफ्तार नहीं कर सकते। हालांकि पुलिस का कहना था कि दोनों ग्रामीणों को गिरफ्तार नहीं किया गया था। इससे पहले भी पुलिस ने 14 लोगों को पकड़ा था। इसे लेकर शिव विधायक ने थाने में धरना देकर लोगों को छुड़ाया था।
अधिकारियों को कहा- आप जनता को लेकर जवाबदेह हैं या कंपनी को लेकर धरना स्थल पर बैठे भाटी ने अधिकारियों से पूछा- ये जीएसएस आप किसके लिए बनवा रहे हैं? ये सरकार नहीं बना रही है। ये तो मल्टीनेशनल कंपनी बना रही है। यहां बिजली का संकट कितना है ये आपको पता है क्या? शिव विधायक ने प्रशासन से बात करते हुए कहा- हमारा उद्देश्य कानून-व्यवस्था तोड़ने का नहीं है।
उन्होंने कहा- अगर आप हमें लिखित में देते हैं कि ओरण जमीन को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा तो हम आपके सामने काम शुरू करवाएंगे। जब तक लिखित में नहीं देते हो यह काम शुरू नहीं होगा।आप जनता को लेकर जवाबदेह हैं या कंपनी को लेकर। राजस्थान में जितनी बिजली की खपत होती है उतनी बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर का एरिया दे देता है। फिर भी यहां बिजली का इतना ज्यादा संकट है।
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