mohangadh news: अचानक जमीन से निकला पानी, लगातार तीन दिनों से पानी निकल रहा है जमीन से, रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है ट्यूबवेल मशीन जमीन के अंदर चली गई
मोहनगढ़ (जैसलमेर). नहरी क्षेत्र में शनिवार को ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान जमीन से पानी का फव्वारा फूट पड़ा, यह क्रम दूसरे दिन भी बदस्तूर जारी रहा। चक 3 जोरावाला माइनर 27 बीडी के एक खेत में पानी निकलने से खेत ने तालाब का रूप ले लिया। खेत में खड़ी जीरे की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। शनिवार को जिस गति से पानी निकल रहा था, रविवार को भी उसी गति से पानी निकलता रहा। रविवार को नायब तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट ललित चारण, भू-जल वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास इणखियां के अलावा मोहनगढ़ व पीटीएम थाने के अधिकारी मौजूद रहे। मोहनगढ़ के नहरी क्षेत्र में एक खेत में 850 फीट से अधिक गहरा ट्यूबवेल खोदते समय जमीन से फूटा पानी का फव्वारा दूसरे दिन भी जारी रहा। जमीन से तेजी से पानी निकलने के कारण ट्यूबवेल खोदने वाली मशीन व ट्रक वहीं फंस गए, जो देर रात तक पानी से बने गहरे गड्ढे में दबे रहे। सुबह खुदाई करने वाली मशीन और ट्रक कहीं नजर नहीं आए। उसी रफ्तार से बह रहे पानी ने आसपास के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों की सांसें अभी भी अटकी हुई हैं। आसपास के खेतों में जीरो, ईसब, चना, सरसों आदि फसलें लहलहा रही हैं। किसानों को आशंका है कि अगर पानी नहीं रुका तो पानी एक खेत से दूसरे खेत में जा सकता है और फसलें पूरी तरह बर्बाद होने की आशंका है।
नहरी क्षेत्र के 27 बीडी के चक 3 जोरावाला माइनर से दो दिन से निकल रहा भूमिगत पानी थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को भी काला पानी निकलता रहा। चिकनी मिट्टी होने के कारण खेत में काली परत छा गई। रविवार को ऑयल इंडिया, ओएनजीसी, केयर्न इंडिया एनर्जी की टीमें मौके पर पहुंची। टीमों ने सैंपल लिए। लैब में जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में भूजल वैज्ञानिक डॉ. नारायणदास इंखैया का कहना है कि जमीन से पानी उसी गति से निकल रहा है। गैस के साथ निकल रहे पानी में भूमिगत चिकनी मिट्टी भी निकल रही है। इस मिट्टी से फसलों को नुकसान होने की आशंका है। जिस खेत में पानी भरा है, वहां की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। उपतहसीलदार ललित चारण का कहना है कि अभी भी पानी निकल रहा है। रविवार को ऑयल इंडिया, ओएनजीसी, केयर्न एनर्जी की टीमें मौके पर पहुंची। उन्होंने पानी व मिट्टी के सैंपल लिए हैं। जिनकी लैब में जांच की जाएगी। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन और पुलिस उन इलाकों पर कड़ी नजर रख रही है जहां जमीन से पानी निकल रहा है।
सरस्वती नदी से जोड़ने में जल्दबाजी होगी
जैसलमेर के मोहनगढ़ में जमीन से पानी की तेज धारा निकलने की घटना चर्चा में है। इस धारा को प्राचीन सरस्वती नदी से जोड़कर देखा जा रहा है। पत्रकार समुदाय में भी इसे लेकर उत्सुकता है, लेकिन वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिल पाए हैं। भूजल वैज्ञानिकों का कहना है कि पानी के इस प्रवाह को सरस्वती नदी से जोड़ना जल्दबाजी होगी।
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