Karanaram Bheel : भारत का निवासी, पाकिस्तान में था डाकू, "गिनीज ऑफ़ द वर्ल्ड" बुक्स में नाम, अफगानी लड़की से प्यार!
भारत का निवासी, पाकिस्तान में था डाकू, "गिनीज ऑफ़ द वर्ल्ड" बुक्स में नाम, अफगानी लड़की से प्यार !
वैसे तो राजस्थान का हर इलाका और शहर कहानियों से भरा पड़ा है, लेकिन यहां जैसलमेर के रेगिस्तान में एक ऐसी कहानी दबी हुई है जिसे लोग भूल चुके हैं। इस खूबसूरत शहर और रेगिस्तान में सोनार किला है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं। करनाराम भील की मौत को आज 28 साल पूरे हो गए लेकिन आज तक उनके सिर का पता नहीं चला, न जाने कहां ले गए दुश्मन सिर को काटकर ! ऐसा बताया जा रहा है की दुश्मन दुश्मनों ने पीछे से आकर धोखे से हमला किया और सिर काटकर अपने साथ ले गए! क्या है यह अनसुलज कहानी आईए जानते हैं विस्तार से........
करणाराम भील राजस्थान के एक जिले जैसलमेर का रहने वाला था। करणाराम भील अक्सर पाकिस्तान जाता रहता था। बताया जा रहा है कि करणाराम एक खूंखार डाकू था और वह भी पाकिस्तान में था। एक बार करणाराम ने जैसलमेर के एक गांव में कुछ जमीन ली थी और उसका जमीन को लेकर एक इकबाल व्यक्ति से विवाद हो गया और उस समय कानाराम ने उनके के बेटे के सामने इकबाल नाम के एक मुस्लिम को गोली मार दी और उसी दिन इकबाल के बेटे ने बदला लेने की ठान ली। जानकारी के मुताबिक करणाराम भील एक खूंखार डाकू होने के साथ-साथ एक ताकतवर आदमी भी था। बताया जा रहा है कि वह ऊंट को उठा देता था और इसके अलावा जोधपुर की एक जेल में कैद करणाराम भील अपने नाखूनों से जेल को फाड़कर भाग निकला था यहां तक तो सब ठीक था, इतना ही नहीं कर्णाराम डाकू एक अफगानी लड़की को अपना दिल दे बैठा था और उसकी याद में और उसके प्यार में वो ऐसा संगीतकार बन गया जो देश और दुनिया का या यूं कहें भारत का आखिरी और पहला संगीतकार था
कुछ समय बाद करनाराम भील को एहसास हो गया था की मुझे कभी भी कोई भी मार सकता है लेकिन वह कहता था अगर किसी में दम है तो सामने आकर लड़े पीछे से या धोखे से कोई वार न करें
एक बार करनाराम भील अपने ऊंट गाड़ी से घर की ओर जा रहा था उसे वक्त पीछे से चार लोग आए और पलक झपकते ही करनाराम के ऊपर हमला कर दिया हमलावरों के पास धारदार हथियार थे उन्होंने हथियार से कानाराम का सिर धड़ से अलग कर दिया और सर को अपने साथ रख लिया | और धड़ को उन्होंने ऊंट गाड़ी पर डाल दिया अब ऊंट गाड़ी सीधी धड़ को लेकर करनाराम के घर तक पहुंच गई लेकिन जो सिर हमलावर साथ लेकर चले गए थे और वह आज तक पता नहीं चला कि वह सिर कहां है इस सिलसिले में करनाराम का परिवार आज भी करनाराम के सिर की तलाश में है जानकारी के मुताबिक करनाराम के परिवार ने बताया कि जब तक सिर ना मिल जाए तब तक हम करनाराम का अंतिम संस्कार हमारे समाज के रीति रिवाज के हिसाब से नहीं करेंगे कोतवाली पुलिस थाना में मामला दर्ज है कानाराम के बेटे ने कहा है पुलिस हमारे पिता करनाराम का सिर लाकर दे दे हमें अंतिम संस्कार करना है,
लंबी मूछों के कारण गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड में दर्ज है नाम
करणाराम की मूंछें आठ फीट लंबी थी. इस कारण उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज है. उसने कई मूंछ प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया और विजेता रहा था. माना जाता है कि दो अक्टूबर 1988 को दोपहर तीन से चार बजे के बीच करणा भील की हत्या में चार लोग शामिल थे. उनमें से दो लोग पाकिस्तान के सत्तू इलाके के रहने वाले थे. उनके नाम कायम और मेहराब खान थे. बाकी के दो लोग जैसलमेर के पिथोड़ाई गांव के रहने वाले हुसैन और रेदमल थे.
आठ फीट लंबी मूंछों वाले करणाराम
माना जाता है कि इलियास की हत्या का बदला लेने के लिए करणाराम भील की हत्या की गई थी. कहा जाता है एक आरोपी कायम खान इलियास का ही बेटा था. इनके खिलाफ कोतवाली पुलिस थाने में केस भी दर्ज किया गया. लेकिन उन दिनों में बॉर्डर पर तारबंदी नहीं थी इसलिये हत्यारे पाकिस्तान भाग गए. भारत और पाकिस्तान के बीच प्रत्यर्पण संधि न होने के कारण करणाराम की हत्या के आरोपियों को भारत नहीं लाया जा सका.
करनाराम भील, जैसलमेर के दहिया गांव के रहने वाले थे
करनाराम भील, भारत के सबसे लंबी मूंछ वाले व्यक्ति थे. उनकी मूंछें आठ फ़ीट लंबी थीं और उनका नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज था
करनाराम भील, पक्के शिव-पार्वति के भक्त थे
करनाराम भील, जैसलमेर में कई मूंछ प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके थे और विजेता भी रहे थे
करनाराम भील की हत्या 2 अक्टूबर, 1988 को हुई थी
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