अजमेर में दिल दहला देने वाली ठगी, सैकड़ो पुलिसकर्मियों को उनके साथी कांस्टेबल ने लगाया करोड़ों का चूना। जांच में पता लगा है कि पवन ने पुलिसकर्मियों को ठगने के लिए कहीं तरीके अपनाए. किसी को हाईवे प्रोजेक्ट में इन्वेस्टमेंट का लालच दिया, तो किसी को अनोखी दवा के बिजनेस में मोटा मुनाफा दिलाने का वादा किया, तो किसी को 20% का ब्याज देने का लालच दिया। राजस्थान के अजमेर जिले का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां कहीं पुलिसकर्मियों को ठगी का शिकार बनाया गया. और सबसे अनोखी वाली बात ये है कि उन्हें ठगने वाला कोई बाहरी नहीं बल्कि उन्हीं का साथी कांस्टेबल व दोस्त निकला. पुलिस लाइन अजमेर में पोस्टेड कांस्टेबल पवन मीणा पर आरोप लगा है कि उसने अपने ही साथी पुलिसकर्मियों को करोड़ों के हाईवे प्रोजेक्ट्स और तगड़ी कमाई के सपने दिखाकर ठगा. पवन मीणा ने उन्हें भरोसा दिलाया कि अगर वो इन प्रोजेक्ट्स में पैसे लगाएंगे तो उनकी कमाई चौगुनी हो जाएगी. वो कहता था, 'नौकरी की सैलरी से घर चलाना मुश्किल है, कुछ बड़ा करना पड़ेगा. इस ठगी का खुलासा तब हुआ जब कांस्टेबल दीपक वैष्णव ने 9 अप्रैल 2025 को क्लॉक टॉ...
Biography जाने-माने भारतीय सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर और YouTuber जोगिंदर यादव का जन्म 27 नवंबर, 1994 को हिसार, हरियाणा, भारत में हुआ था। उनकी माँ, रितु यादव और पिता, मुकेश यादव, दोनों हिंदू थे, और उनका पालन-पोषण हिंदुओं के परिवार में हुआ था। जोगिंदर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हिसार विद्या मंदिर, एक नज़दीकी निजी स्कूल में पूरी की। इस शैक्षिक पृष्ठभूमि ने उनके भविष्य के प्रयासों की नींव रखी। जोगिंदर ने 2020 में TikTok की दुनिया में प्रवेश किया और वहाँ अपने छोटे हास्य वीडियो पोस्ट करना शुरू किया। अपनी विशिष्ट शैली और विषय-वस्तु के कारण, इन वीडियो ने तुरंत दर्शकों की रुचि और प्रशंसा को आकर्षित किया। जोगिंदर द्वारा बनाए गए विशिष्ट संवाद-आधारित वीडियो उनका ट्रेडमार्क बन गए, और थारा भाई जोगिंदर वाक्यांश, जिसे उन्होंने अपने कैचफ़्रेज़ के रूप में अपनाया, व्यापक रूप से जाना जाने लगा और उनके साथ जुड़ गया। जोगिंदर यादव ने अपनी बढ़ती प्रसिद्धि और दिलचस्प सामग्री के परिणामस्वरूप कई सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लाखों प्रशंसकों के साथ एक बड़ी संख्या में अनुसरण किया है। वह अपनी हास्य क्षमताओं औ...